शराब छुड़ने के तांत्रिक उपाय
शराब छुड़ने के तांत्रिक उपाय, किसी के लिए भी शराब की आदत बुरी होती है। यह नशे की हानिकारक आदतों में से एक है। इसकी लत लगने की वजह से उसका अच्छा-खासा दांपत्य जीवन घरेलु कलह का शिकार हो जाता है।
यह घर की बर्बादी का कारण बनता है। शराब की आदत को छुड़ाना आसान नहीं होता है। पत्नी द्वारा इसे छुड़ाने के किए गए तमाम उपायों के बावजूद यदि सफलता नहीं मिले तो उसे तंत्रिक तरीका अपनाना चाहिए।
तंत्र-मंत्र की विद्या में कई मुश्किल समस्याओं से छुटकारा पाने के उपाए बताए गए हैं, उनमें एक शराब की लत जैसी समस्या भी है। तंत्रिक साधना कर किए गए उपाय का छिपा हुआ वार कभी खाली नहीं जाता है और इसका शराबी के आदि व्यक्ति को पता भी नहीं चलता है। ऐसे उपाय को स्त्रियां अपने शराबी पति के शराब से मोहभंग करवाने लिए कर सकती हैं। उपाय इस प्रकार हैंः-
भैरव मंत्र
इस साधना से स्त्री अपने पति के शराब की बुरी-से-बुरी लत को उसकी पसंदीदा ब्रांड का इस्तेमाल कर छुड़ा सकती है। यह उपाय रविवार की रात में किया जाना चाहिए। सबसे पहले स्त्री अपने पति के पसंदीदा ब्रांड की एक बोतल खरीदे। उसके बाद पूजन की दूसरी सामग्रियों के साथ रात दस बजे के बाद भौरव मंदिर में जाए।
धूप-दीप और अक्षत से पूजा के बाद बोतल की शराब को वहीं अर्पित कर दे। इस दौरान ऊँ नमः भैरवाय का जाप करती रहें। प्रत्येक जाप के बाद थोड़ी शराब भैरव के सामने गिराती जाए। कुल 108 जाप के दौरान शराब से बोतल खाली हो जानी चाहिए। उसके बाद मंदिर के पुजारी को दान-दक्षिणा देकर घर वापस आ जाए।
पति के रात में नशे की हालत में सो जाने के बाद उसके सिर पर से शराब की खाली बोतल को घुमाते हुए पहले मंत्र को ही 21 बार जाप करें। बोतल को अगले रोज शाम के समय सूर्यास्त के बाद किसी पीपल के पेड़ के नीचे छोड़ आए। इसका असर कुछ दिनों में अवश्य दिखेगा।
बारिश का पानी और तांत्रिक उपाय
शराब की लत छुड़ाने का यह तांत्रिक उपाय कई चरणों में पूरा होने वाला है। जिसे शराबी के अलावा दूसरे के द्वारा किया जाता है। यदि पति बहुत शराब पीता है तो इसे पत्नी द्वारा किया जाना चाहिए।
यदि पत्नी को शराब पीने की लत लग गई हो, तो पति इस उपाय को कर सकते हैं। चाहें तो शराब के अदि बन चुके दंपति मिलकर इसे आजमा सकते हैं। सिलसिलेवार तरीका इस तरह होना चाहिए।
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- सबसे पहले एक कटोरी में बारिश का पानी एकत्रित कर लें। उसमें 21 बूंद गंगाजल, सात बूंद नारियल का पानी और एक चुटकी सिंदूर मिलाएं।
- मिश्रण को दो मिनट तक उबाल कर ठंडा करें।
- अमावस्या की सुबह तीन बजे इसमें कुछ बूंदें शराब की मिला दें। उसके बाद भैरव देव और देवी भगवती का स्मरण करते हुए निम्नलिखित मंत्र का 108 बार जाप करें।
- मंत्र है- ओम वैदेही सुष्टिस्थितिविनाशानां शकितभूते सनातनि! गुणाश्रये गुणमये नारायणि फट स्वाः!!
- इस तरह कटोरी में मिश्रित बारिश का पानी अभिमंत्रित हो जाता है। इसे शराब की लत लगे व्यक्ति को पिला दें। इसके पीते ही उसे शराब से घृणा हो जाएगी और फिर वह कभी भी शराब को हाथ तक नहीं लगाएगा।
किशमिश और मंत्र जाप
यह शराबी द्वारा ही किया जाने वाला उपाय है। इसे टोटका भी कहा जा सकता है, लेकिन इसमें मंत्र जाप किया जाना जरूरी होता है। इस उपाय के लिए कोई विधिवत समय निर्धारित नहीं है। जब भी शराब पीने की तलब जागे तब अपने मुंह में कुछ दानें किशमिश को लेकर नीचे दिए गए मंत्र का कम से कम 21 और अधिक से अधिक 108 बार जाप अवश्य करें।
तांत्रिक बताते हैं कि किशमिश जैसे-जैसे मुंह में घुलता जात है वैसे-वैसे मंत्र अपना असर दिखाने लगता है। किशमिश अगर दिमाग को शक्ति देता है, तो मंत्र से मन की बेचैनी दूर हो जाती है। जाप का मंत्र हैः- ऊँ ह्रीं यं यश्वराये नमः
बिछुआ और शराब
कोई नवविवाहिता अगर अपने शराबी पति से परेशान है तो उसे पति की इस आदत से छुटकारा दिलाने के लिए अपने पैरों के बिछुओं के साथ एक सरल प्रयोग करना चाहिए। किसी शनिवार या मंगलवार के दिन शराब की बोतल से एक कटोरी में थोड़ी शराब निकाल लें। उसमें बिछुए को डूबो दें।
उसके बाद त्रयोदशी या पूर्णमासी के दिन बिछुए को बाहर निकाल लें। कटोरी की शराब को पुनः बोतल में डाल दें। उस बोतल की शराब को भैरव मंदिर के बाहर पीपल वृक्ष की जड़ में डाल दें। इस प्रयोग को लगातार पांच शनिवार या मंगलवार को करें। गारंटी है कि पति के शराब की लत छूट जाएगी।
काला और नीला कपड़ा़
शराब की लत छुड़ने के लिए सवा मीटर काला और उतना ही नीला कपड़े के साथ निम्न तरीके से किया जाने वाला प्रयोग एक कारगर उपाय है। इस प्रयोग से कोई भी औरत अपने पति को हमेशा के लिए शराब से मुक्ति दिलवा सकती है। इसे सूर्योदय से पहले किया जाना चाहिए।
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- काले और नीले कपड़ को एक-दूसरे के ऊपर रख दें। उनपर 800 ग्राम लकड़ी का कोयला, उतनी ही मात्रा काली साबूत उड़द, जौ और काला तिल रखें। उसके साथ आठ कीलें और 8 सिक्के को रखकर अच्छी तरह से पोटली बना लें।
- जिस व्यक्ति को शराब छुड़ाना है उसकी लंबाई के आठ गुना अधिक काला धागा लेकर एक जटा वाले नारियल में लपेट दें।
- नारियल पर काजल और सिंदूर का टिका लगाकर धूप-दीप दिखाएं। भगवती और भैरव देव से शराब की लत छुड़ाने का आग्रह करें। इस दौरान गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करने के बाद भौरव का ऊपर दिए गए मंत्र का 21 बार जाप करें।
- पूरा अनुष्ठान सूर्योदय से पहले खत्म हो जाना चाहिए। पोटली को नदी में प्रवाहित कर दें। जबतक सामग्री अपकी नजरों से ओझल नहीं हो तब वहीं हाथ जोड़ खड़ा रहें। फिर वापस घर आ जाएं।
- उसी दिन शाम को पीपल के पेड़ की जड़ में तिल के तेल का दीपक जलाएं। इस तरह से पूरी प्रक्रिया के पूर्ण होने पर उम्मीद करें कि पति के शराब की लता छूट जाए।
बताशे से टोटका
हमेशा शराब में डूबा रहने वाले व्यक्ति को सात बताशे के साथ टोटका कर उसकी लत छुड़ाई जा सकती है। इसके लिए एक छोटी कटोरी सरसों के तेल में बताशों को मसलकर डाल दें।
उसमें अपनी छाया देखते हुए मन में सात बार शराबी का नाम लें। नशा छूटने की कामना करें। उस तेल को कहीं दूर जाकर मिट्टी पर फेंक दें। ऐसा लोगों की नजर बचाकर 11 दिनों तक करें।